मोदी सरकार

उम्मीदों का जलता दिया थामे खड़ा है राहों में ,
लौ को ना भुजने देगा चाहे घिरा हो वो तूफानों में ,
ख़ास नहीं है आम मात्र है गाँधी से उच्च विचारों का ,
आगे ही बस बढ़ा है वो लेकर नारा सिर्फ जनता के अधिकारों का ,
माना के राह सरल नहीं है मुश्किलों से घिरी है सारी ,
पानी ,बिजली और ना जाने देखो कैसी-कैसी महामारी ,
वक़्त आ चुका है अब कही को कर दिखाने का ,
जनता की सारी आशाएं पूरी कर दिखलाने का ,
शुभ कार्य में अक्सर अढ़चन कोई आ जाती है ,
पर ये भी तो सच है खिस्यानी बिल्ली तो बस खम्बा ही नोचे जाती है ,
चाहे कोई कर ले कितनी भी कोशिश अपनी टाँग अड़ाने की ,
होंसला नहीं गिरता फौलादी का ऐसी बचकानी तरकीबों से ,
क्या सच में अब ऐसा होगा जनता सरकार चलाएगी ,
मुजरिमों को सजा मिलेगी रिशवत ना ली जाएगी ,
क्या सच में अब ऐसा होगा जनता का पैसा जनता तक वापस आएगा ,
ना कोई घोटाला होगा ना कोई गुनाहगार ही,
आओ मिलकर करें प्रार्थना उन्नति और विकास की ,
सोने की चिड़िया कहलाए भारत एक बार फिर।

By- Ritesh Goel 'Besudh'


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